" मम्मी देखो एक्वेरियम से मछली उछल कर बाहर आ गई है , इसे अंदर डालो नहीं तो यह मर जायेगी।"
पद्म ने अपनी मां का आँचल खींचते हुए कहा ।"बेटा यह मछली अब बड़ी हो गई है और एक्वेरियम इसके लिये छोटा वैसे भी अब यह किसी काम की नही रही...यह बच्चे को तुम क्या उल्टी सीख दे रही हो रीमा ? प्रशांत ने अखबार को मेज पर रखते हुए कहा और क्या सही तो कह रही हूँ बाबू जी मैंने क्या कुछ गलत कहा , आप ही बताइए ?" रीमा ने अपने ससुर की ओर देखते हुये कहा ।
आज उन्हें स्वयं का फ्लैट छोटा प्रतीत हो रहा था वह मौन अपने चश्मे का शीशा साफ़ करने में लगे ।
( पंकज जोशी ) सर्वाधिकार सुरक्षित ।
लखनऊ । उ०प्र०
१५/०४/२०१७
पद्म ने अपनी मां का आँचल खींचते हुए कहा ।"बेटा यह मछली अब बड़ी हो गई है और एक्वेरियम इसके लिये छोटा वैसे भी अब यह किसी काम की नही रही...यह बच्चे को तुम क्या उल्टी सीख दे रही हो रीमा ? प्रशांत ने अखबार को मेज पर रखते हुए कहा और क्या सही तो कह रही हूँ बाबू जी मैंने क्या कुछ गलत कहा , आप ही बताइए ?" रीमा ने अपने ससुर की ओर देखते हुये कहा ।
आज उन्हें स्वयं का फ्लैट छोटा प्रतीत हो रहा था वह मौन अपने चश्मे का शीशा साफ़ करने में लगे ।
( पंकज जोशी ) सर्वाधिकार सुरक्षित ।
लखनऊ । उ०प्र०
१५/०४/२०१७
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