" अरे पकड़ो पकड़ो , पकड़ो उस चोर को ! बस रोको भई । अरे मेरी पत्नी हस्पताल में भर्ती है उसकी दवाई लानी है । अरे कोई तो पकड़ो उसे।"
तभी एक व्यक्ति छोटे से बच्चे को घसीटता हुआ लाता है ।
" भाईसाहब यह लो आपका मुजरिम " " क्यों बे ! इतनी छोटी सी उम्र में चोरी चकारी क्या यही सिखाया है तुझे तेरे माँ बाप ने ? । व्यक्ति ने उसको बालों से खींचतें हुए पूछा
" नहीं साब मेरी माँ "
" क्या हुआ तेरी माँ को ?
व्यक्ति ने बच्चे से भौयें सिकोड़ते पूछा ।
" माँ , हस्पताल के बाहर पड़ी है । "
( पंकज जोशी )सर्वाधिकार सुरक्षित ।
लखनऊ । उ०प्र०
१९/१०/२०१५
No comments:
Post a Comment