Saturday 6 June 2015



 घरेलू  हिंसा
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ल्साई  हुई अनन्या की जैसे  ही आँख खुली तुरंत भागते हुए किचन  में काम कर रही अपनी माँ के गले से लिपट गई ।

“ मम्मी अब हम यहाँ नहीं रहेंगे ! अरे क्यों नहीं रहेंगे ? अन्नू माँ  ने उसके गालों को चुमते हुए कहा । हमारे घर में ना बड़े से लम्बे हाथों वाला एक राक्षस रहता है । वह रोज एक लड़की  को पकड़ने आता है और घर के बर्तन भी गिराता है ।

कल रात मैंने अपने  टेडी के साथ उसकी परछाई भी देखी थी , अच्छा अब  बहुत हो गये किस्से कहानी जल्दी से हाथ मुंह  धो में तुम्हे गर्मागर्म ढूध  देती हूँ  ।


माँ  तुम्हारी आंखों के नीचे यह काला निशान कैसा  !

( पंकज जोशी ) सर्वाधिकार सुरक्षित ।
लखनऊ । उ.प्र
06 /06 / 2015

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